बलिया में एसओ ने नहीं दी छुट्टी, सिपाही नहीं करा सका पत्नी का इलाज, मौत
बलिया में एसओ ने नहीं दी छुट्टी, सिपाही नहीं करा सका पत्नी का इलाज, मौत
बलिया। सिकन्दरपुर थाने में तैनात सिपाही को थानाध्यक्ष द्वारा अवकाश नहीं दिए जाने के कारण उसकी पत्नी की मौत हो गई। पत्नी की असामयिक मौत और छह माह की पुत्री के सिर से मां का साया उठने से सिपाही मर्माहत है। सिपाही ने थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पत्र एसपी बलिया को सौंपा है जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
कौशांबी जिले के शहजादपुर निवासी सिपाही प्रदीप कुमार सोनकर 2019 बैच के हैं। पत्नी की मौत से दुखी प्रदीप की स्थिति भी ठीक नहीं है। प्रदीप के छोटे भाई और मां की माने तो 27 जुलाई को अचानक सिपाही की पत्नी मनीषा की तबियत खराब हो गई। जिसकी सूचना प्रदीप को दी गई। सूचना के आधार पर प्रदीप ने थानाध्यक्ष से अवकाश की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने अवकाश के प्रार्थना पत्र को न सिर्फ अस्वीकार कर दिया, बल्कि सिपाही को डांट कर भगा भी दिया। उधर मनीषा की तबियत बिगड़ती चली गई। परिजन स्थानीय स्तर पर एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराए, लेकिन चिकित्सकों ने मनीषा को अन्यत्र ले जाने की सलाह दी। परिजन मनीषा को लेकर स्वरूपरानी अस्पताल प्रयागराज पहुंचे, जहां मनीषा ने दम तोड़ दिया। अंततः 29 जुलाई को प्रदीप घर के निकला, लेकिन घर पहुंचने से पूर्व ही पत्नी के मौत हो गई। पत्नी की मौत के बाद सिपाही ने थानाध्यक्ष द्वारा किए गए दुर्व्यवहार को रेखांकित करते हुए एसपी समेत अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र देकर व ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है। इस बाबत सीओ सिकंदरपुर आशीष मिश्र ने बताया कि सिपाही द्वारा अवकाश का कोई भी लिखित पत्र थाने पर नहीं मिला है, लेकिन ट्वीट के क्रम में मामले की जांच की जा रही है।
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इंस्पेक्टर सिकंदरपुर के निलंबन की मांग
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने यूपी के डीजीपी को पत्र भेजकर इंस्पेक्टर सिकंदरपुर के निलंबन की मांग की है।
उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर सिकंदरपुर द्वारा सिपाही प्रदीप सोनकर की पत्नी के बीमार होने के बाद भी उन्हें छुट्टी नहीं देने और उल्टे अभद्रता करने का मामला अत्यंत गंभीर है।
इस प्रकरण में उन्हें तत्काल निलंबित कर उनके विरुद्ध नियमानुसार विधिक कार्रवाई किया जाना अनिवार्य है।