जिलाधिकारी ने “मिशन शक्ति” के तहत लाभार्थियों से किया संवाद
जिलाधिकारी ने “मिशन शक्ति” के तहत लाभार्थियों से किया संवाद
विभिन्न योजनाओं के सौ लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र किया वितरित
बलिया। “मिशन शक्ति” विशेष अभियान के तहत् जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के लाभार्थी महिलाओं/बालिकाओं से संवाद किया। डीएम ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के 25 लाभार्थियों को स्वीकृत प्रमाण-पत्र वितरित किया। इसी प्रकार मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के 25, स्पॉन्सरशिप योजना के 25 एवं निराश्रित महिला पेंशन योजना की 25 लाभार्थियों को पेंशन स्वीकृत प्रमाण-पत्र वितरित किया। इसके साथ ही जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय की तीन छात्राओं, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की तीन तथा गुलाब देवी इंटर कॉलेज की तीन छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मोमेंटो कप वितरित किया।
डीएम ने महिलाओं/बालिकाओं से संवाद करते हुए उनकी समस्याओं को सुनकर जिला प्रोबेशन अधिकारी व संबंधित अधिकारियों को शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं/बालिकाओं से संवाद करते हुए कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कक्षा 1 से 12 तक निशुल्क पढ़ाई के साथ ही छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति दी जा रही हैं। खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने महिलाओं से कहा कि सरकार द्वारा कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर आप लोग अपनी आमदनी में वृद्धि कर सकती हैं।
डीएम ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एवं श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के विषय में भी विस्तृत जानकारी देते हुए अपील की कि योजना का लाभ उठाएं। सरकार द्वारा दैवीय आपदा से प्रभावित लोगों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को निशुल्क बीज व अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराई जाती है l उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के तहत बच्चों की पढ़ाई के लिए उनकी 23 वर्ष की आयु/ स्नातक अन्तिम वर्ष तक रुपए 2500 प्रतिमाह तथा स्पॉन्सरशिप योजना के तहत पात्र बच्चों को चार हजार दिया जा रहा है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत पात्र लोगों के बच्चों को निजी विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जाता है, जहां पर बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है।
जिलाधिकारी ने बालिकाओं से संवाद करते हुए कहा कि महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अगर आपके साथ छेड़खानी आदि किसी भी प्रकार की घटना होती है या अनहोनी की आशंका होती है तो इसे इग्नोर व सहन न करें, तत्काल पुलिस हेल्पलाइन 112 पर सूचित करें। उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारी से कहा कि छात्राओं को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिलाया जाय। उन्होंने कहा कि महिलाओं/बालिकाओं का सशक्तिकरण एवं सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में बहुत से कार्य हुए हैं तथा निरंतर कार्य किया जा रहा है। महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में उच्च पदों पर कार्य कर रही हैं। महिलाएं फाइटर जेट प्लेन भी उड़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जरूरी है कि महिलाएं भी आगे आएं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा व एंपावरमेंट दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।
इस अवसर पर एडीएम डीपी सिंह, नगर मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, जिला प्रोबेशन अधिकारी मोहम्मद मुमताज आदि रहे।