स्कूल का कायाकल्प, एक कार्य पर प्रधान व प्रधानाचार्य का अलग अलग दावा, जांच में खुली पोल
स्कूल का कायाकल्प, एक कार्य पर प्रधान व प्रधानाचार्य का अलग अलग दावा, जांच में खुली पोल
बलिया। मनियर ब्लॉक के ग्राम पंचायत हथौज में कराए गए विकास कार्यों की जांच बुधवार को डीएम की और गठित टीम ने की। इस दौरान स्कूल के कायाकल्प के तहत हुए काम को लेकर प्रधानाचार्य व प्रधान अलग अलग दावे करते रहे। हालांकि जांच में दो को छोड़ कर शेष सभी कार्य कार्य मौके पर मिले।
जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी/ दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी राजन कुमार की अध्यक्षता में गठित दो सदस्यीय टीम ने शिकायती पत्र में अंकित कार्यों की जांच की।
प्राथमिक विद्यालय हथौज नंबर एक पर कायाकल्प के तहत कराए गए कार्यों को विद्यालय के प्रधानाचार्य भावानंद शर्मा ने खारिज कर दिया। मल्टीपल हैंडवाश, यूरिनल, बाउंड्री वॉल और किचेन शेड के निर्माण को प्रधानाध्यापक ने कंपोजिट ग्रांट से कराना बताया, जबकि मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान श्रीनारायण यादव और सचिव मनोज कुमार गुप्त का कहना था कि उक्त सभी कार्य ग्राम निधि से कराया गया है। इसके अलावा हरिंद्र शर्मा के घर के पास खड़ंजा निर्माण कार्य को लेकर भी पक्ष और विपक्ष का अलग अलग दावा था। शिकायतकर्ता का आरोप था कि उक्त कार्य के बदले 50 हजार रुपये आहरित किया गया है,ल और मौके पर कार्य कराया नहीं गया है। जबकि सचिव और ग्राम सेवक ने उक्त कार्य को सिर्फ कार्य योजना में शामिल किया गया बताया।
बता दें कि हथौज गांव निवासी सिद्धार्थ राय ने ग्राम पंचायत में कराए गए कुल 37 कार्यों के एवज में लाखों रूपये का भुगतान करा कर बंदरबांट का आरोप लगाया था। 9 अगस्त को जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंप जांच की मांग की थी। जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच के लिए जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजन कुमार और निरंजन कुमार, सहायक अभियंता नलकूप की टीम गठित कर जांच का निर्देश दिया था। जांच अधिकारी राजन कुमार ने बताया कि कुल 37 कार्यों की शिकायत की गई थी। जिसमें बहुतेरे कार्य सिर्फ कार्य योजना में शामिल हैं। मौके पर 14 कार्यों की जांच की गई है। उन कार्यों का बिल बाउचर भी सचिव से लिया गया है। जांच की पूरी आख्या जिलाधिकारी को भेज दी जाएगी।