बलिया के 40 गांवों में 20 घंटे से आपूर्ति ठप, विभाग के करोडों की लूट की खुली पोल
बलिया के 40 गांवों में 20 घंटे से आपूर्ति ठप, विभाग के करोडों की लूट की खुली पोल
बलिया। विद्युत विभाग के करोड़ों के लूट की पोल खुलने लगी है। काफी जद्दोजहद पर मंगलवार को दो वर्ष बाद बसंतपुर विद्युत उपकेंद्र को चितबड़ागांव पावर हाउस से जोड़ा गया। लेकिन आपूर्ति 12 घंटे भी नहीं चली की एचटी तार टूट कर टपकने लगे। विभागीय अधिकारी कुछ दिनों पहले तक जिस काम को मानक के विपरीत बता रहे उसे आनन फानन में क्यों हैंडओवर लिया गया। इसके चलते बसंतपुर उपकेंद्र से बीते 20 घंटे से आपूर्ति ठप है और 40 से अधिक गांवों के लोग परेशान हैं
बता दें कि सोहांव ब्लॉक के विद्युत उपकेंद्र बसंतपुर व कोटवा नारायनपुर से जुड़े 75 गांवों की आपूर्ति को दुरुस्त करने की कवायद दो वर्ष पहले शुरु हुई। इन गांवों में बिजली की आपूर्ति खासकर गर्मी के दिनों में बदहाल हो जाती है। कोटवां नारायनपुर विद्युत उपकेंद्र पर पंप नहर फीडर भी है जिससे कोरंटाडीह गंगा पंप नहर को बिजली की आपूर्ति होती है। इन दोनों विद्युत उपकेंद्रों को गाजीपुर स्थित कुंडेसर पावर हाउस से 33/11 विद्युत आपूर्ति होती है। बताया जाता है कि कोटवां नारायनपुर से कुंडेसर की दूूरी करीब 15 किमी है तो बसंतपुर से इसकी दूरी 22 किमी है। कुंडेसर से कोटवां नारायनपुर होते बसंतपुर तक की लाइन करीब चार दशक पुराना है। अब यह एचटी तार काफी जर्जर हो चुके हैं जो आपूर्ति शुरु होते ही अक्सर टूट जाते हैं और आए दिन फॉल्ट भी होते हैं। इसके चलते आए दिन दोनों विद्युत उपकेंद्रों की आपूर्ति बाधित होती है। इस समस्या को दूर के लिए दो वर्ष पहले बसंतपुर स्थित 33/11 विद्युत उपकेंद्र को चितबड़ागांव स्थित 132 केवीए विद्युत उपकेंद्र से जोड़ने का कार्य शुरु किया गया। एनएच 31 के किनारे नई लाइन का कार्य महीनों पहले पूरा हुआ। लेकिन अधिकारी इसे मानक के विपरीत बता हैंडओवर नहीं ले रहे थे। मंगलवार को बसंतपुर विद्युत उपकेंद्र को चितबड़गांव पावर स्टेशन से जोड़ा गया।