बलिया में सूदखोरों का आतंक जारी, तंग आकर कर्मचारी ने लगाई फांसी
डेढ़ वर्ष पहले चर्चित असलहा कारोबारी प्रकरण में भी नहीं चल बुलडोजर
बलिया। नगर कोतवाली क्षेत्र के आयुर्वेदिक कालोनी में गुरुवार की सुबह पीडी डीआरडीए कार्यालय के पत्रवाहक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। मृतक के पुत्र की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया जाता है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने सुदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर जान दी है। इससे साफ है कि जिले में सुदखोरों का आतंक कायम है। डेढ़ वर्ष पहले भी नगर के असलहा कारोबारी ने सुदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर लाइव सुसाइड किया था। लेकिन किसी सूदखोर के यहां बुलडोजर नहीं चला।
कोतवाली पुलिस को आयुर्वेदिक कालोनी निवासी अंकित शर्मा पुत्र पूनाराम शर्मा ने सूचना दिया कि मेरे पिता पूनाराम शर्मा 54 पुत्र स्व मनिराम शर्मा घर से थोड़ी दूर गली में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुँच जांच पड़ताल शुरू कर दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक सीडीओ बलिया के बंगले पर भी सरकारी डाक लेकर आता जाता था। बताया जा रहा है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी किसी व्यक्ति से सूद पर पैसा लिया हुआ था। जिसका वेतन सूदखोर आता था और कर्मचारी से बैंक से निकलवा कर ले लेता था। पैसे के अभाव में परिवार का भरण पोषण करने में कर्मचारी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अंततः कर्मचारी ने आत्महत्या करने का निर्णय लिया और फांसी लगाकर अपनी ईहलीला समाप्त कर लिया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। मृतक नेपाल देश के जिला कपिलवस्तु थाना पिपरा निवासी नंदनगर का रहने वाला था। यह कोतवाली क्षेत्र के आयुर्वेदिक कॉलोनी स्थित मकान में रहता था।
बता दें कि करीब डेढ़ वर्ष पहले जिले के असलहा कारोबारी नंदलाल गुप्ता ने सुदखोरों की प्रताड़ना से तंग आकर लाइव सुसाइड किया था। प्रशासन का दावा था कि सुदखोरों के खिलाफ बुलडोजर चलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बताया जाता है कि सुदखोरों को मजबूत संरक्षण प्राप्त है जो नगर से ग्रामीण इलाकों तक सक्रिय हैं।