बलिया में कैसे रुके बिजली चोरी,विद्युत विजिलेंस टीम बन चुका है वसूली गैंग
बलिया में कैसे रुके बिजली की चोरी,
विद्युत विजिलेंस टीम बन चुका है वसूली गैंग
बलिया। जिले में विद्युत चोरी पर लगाम नहीं लग पा रहा है। रुके भी कैसे क्योंकि विजिलेंस टीम वसूली गैंग बन चुकी है। जिले के रसड़ा स्थित विजलेंस टीम आये दिन सोहांव क्षेत्र के गांवों में रात को आती है, निशाने पर केवल व्यवसायिक कनेक्शन धारक होते हैं। जेई वीडियो बनाते हैं, साथ वाला कहता है रसड़ा आने पर सब रफा दफा हो जाएगा। यह खेल क्षेत्र में लम्बे समय से चल रहा है। डील नहीं करने वालों पर मुकदमा लादा जाता है। इन दिनों इस खेल में फिर तेजी आई है। इतना ही नहीं विजिलेंस के जेई मोबाइल से बात करने से भी कतराते हैं। इसका खुलासा कई ग्रामीणों ने किया है।
बता दें कि जिले में लाइन लॉस अभी भी 30 फीसदी अधिक है और राजस्व वसूली काफी कम है। इस समस्या का प्रमुख कारण बिजली की चोरी है। बताया जाता है कि शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक बिजली की चोरी किसी न किसी तरीके से की जा रही है। लेकिन अधिकारियों की टीम केवल कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं की ही जांच करके कोरम करते हैं। इतना ही नहीं विद्युत चोरी पर लगाम लगाने के लिए विद्युत विजिलेंस टीम भी है जिसका कार्यालय रसड़ा में है। इस कार्यालय पूरे दिन सन्नाटा रहता है लेकिन रात में यहां खूब डील होती है। बुलावा पर पीड़ित रात में ही पहुंचते हैं जेई के बताए लाखों जुर्माने को कुछ हजार से जेब गर्म कर रफा दफा करके चले आते हैं। बतौर उदाहरण बीते दस दिनों में रसड़ा विद्युत विजलेंस की टीम सोहांव क्षेत्र में आठ बार आ चुकी है। टीम की ओर से छापेमारी कर संबंधित उपभोक्ता को रसड़ा बुलाया गया है और मामले को रफा दफा करने के नाम पर मोटी रकम वसूली की गई है। इसमें नारायनपुर से लेकर नरही तक के कई उपभोक्ता हैं। इस बाबत जब विजिलेंस के जेई राजकुमार भगत के मोबाइल पर फोन किया गया तो वह हर बार फोन को कट करते रहे।