नरही पुलिस की खुली पोल, धड़ल्ले से हो रही पशु व शराब की तस्करी
नरही पुलिस की खुली पोल, धड़ल्ले से हो रही पशु व शराब की तस्करी
उठ रहे सवाल, अब क्यों नहीं पड़ रहा छापा
बलिया। दो तरफा तस्करी की लिए कुख्यात नरही थाना क्षेत्र के भरौली चौराहा पर एक माह पहले एडीजी वाराणसी व डीआईजी आजमगढ़ ने छापेमारी कर पुलिस की प्रतिदिन लाखों की अवैध वसूली का खुलासा किया था। थाना से लेकर कोरंटाडीह चौकी तक बड़ी कार्रवाई हुई। कई दिनों तक थाना व चौकी पर तैनाती तक नहीं हुई। लोगों को लगा कि शायद अब इस पर लगाम लग जाएगा। लेकिन हुआ इसके उलट। आलम यह है कि एक ओर जहां अवैध वसूली प्रकरण की जांच चल रही है वहीं नरही थाना व चौकी पर तैनाती होते ही पुराना खेल शुरू हो गया। इतना ही नहीं आए दिन वीडियो वायरल होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। हालांकि संयोग ही रहा कि नरही पुलिस की पोल खुलने लगी है। दो दिनों पहले सोहांव गांव के गंगा घाट से शराब तस्करी का वीडियो बनाते ग्रामीणों से मारपीट होने के कारण तस्करों को गाड़ी छोड़ कर भागना पड़ा जो पुलिस के कब्जे में है। उधर, चितबड़ागांव पुलिस ने नरही थाना क्षेत्र के रास्ते बिहार जाने के लिए निकली गाय लदी वाहन को पकड़ लिया। इससे साफ है कि नरही थाना क्षेत्र से बिहार को तस्करी का रास्ता तस्करों के लिए सेफ है। अवैध खनन तो गंगा में आया पानी ही रोके हुए है। हैरानी की बात है कि अब क्यों नहीं छापे पड़ रहे? क्या पन्नेलाल किसी इन्टेंशन के शिकार हुए? अब तक चौकी प्रभारी को पुलिस क्यों नहीं खोज पाई? एक भी बड़े दलाल या तस्कर क्यों नहीं पकड़े जा सके?