बलिया में नवीन अपहरण व हत्याकांड :दोस्त ने ही ली थी जान, मुख्य आरोपी गिरफ्तार

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बलिया में नवीन अपहरण व हत्याकांड :दोस्त ने ही ली थी जान, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
बलिया। पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर के निर्देशन में पुलिस ने डेढ़ माह पहले सिकंदरपुर क्षेत्र के नवीन कुमार निवासी ग्राम भाटी का अपहरण कर हत्या करने वाले मुख्य आरोपी बृजेश राय को अवैध असलहा व कारतूस एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त धारदार हथियार व रक्तरंजित कपड़े बरामद किया है।
बता दें कि 9 जुलाई 2024 को थाना सिकन्दरपुर पर नवीन कुमार पुत्र राम रतन ग्राम भाटी की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। 27 जुलाई 2024 को बीएनएस की धारा 365 ए तहत भाटी गांव निवासी चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी बीच बीते तीन अगस्त को रामरतन द्वारा थाना सिकन्दरपुर पर अपने पुत्र का पैंट-शर्ट व चप्पल लाकर बताया गया कि यह दियरा क्षेत्र खरीद घाट सिकन्दरपुर पर मिला है, जहाँ पर एक नरकंकाल (खोपड़ी व कुछ हड्डियां ) है, जो हमारे पुत्र का है। इसके बाद से ही पुलिस मामले की खुलासा में जुटी थी। सोमवार को थानाध्यक्ष सिकंदरपुर दिनेश पाठक पुलिस टीम के साथ लखनापार की तरफ मौजूद थे कि मूखबीर खास से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम भाटी के नवीन कुमार के अपहरण एवं हत्या की घटना में शामिल मुख्य अभियुक्त बृजेश राय अपनी रिश्तेदारियों में लुक छुप कर आ जा रहा है और न्यायालय में हाजिर होने की फिराक में अपने रिश्तेदारों के साथ इंतजाम करने में लगा हुआ है और आज वह लखनापार की तरफ से नहर के रास्ते होते हुए खेजुरी की तरफ रास्ते से निकल सकता है। थानाध्यक्ष ने पुलिस बल के साथ ग्राम किकोढ़ा जाने वाले तिराहा पर पहुंचकर घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पकड़े हुए व्यक्ति ने अपना नाम पता बृजेश कुमार राय पुत्र स्व अवधेश राय ग्राम भाटी बताया। तलाशी लेने पर उसके पास से एक देसी तमन्चा 315 बोर बरामद हुआ तथा जेब से एक कारतूस 315 बोर व एक मोटरसाइकिल बरामद हुई।
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57 हजार नहीं देने पर की हत्या
बलिया। पुलिस की पूछताछ में बृजेश राय ने बताया कि मेरे गांव का नवीन राम मेरा मित्र था। हम दोनों एक साथ मिलकर कंस्ट्रक्शन का व्यवसाय करते थे। उसी के सिलसिले में मेरा 57000 (सत्तावन हजार ) रुपए नवीन पर बकाया था। मेरे द्वारा कई बार मांगने पर नवीन ने मेरा पैसा नहीं चुकाया था । इसी वजह से मेरा नवीन से विवाद हुआ था। 30 जून को मैं नवीन को अपनी बाईक से उसके घर से ले आया। मैंने सिकंदरपुर में नवीन को शराब पिलाई और खुद भी पी। फिर मैंने अपना बकाया मांगा तो नवीन ने मना कर दिया। इसके बाद नवीन को अपने साथ बाईक पर बैठाकर शराब पिलाने के बहाने घाघरा नदी के किनारे ले गया और नवीन के धुत हो जाने के बाद एक धारदार कटर ब्लेड से वार करके नवीन की हत्या कर दी और उसका मोबाइल निकाल लिया था।हत्या करने के बाद मैंने नवीन का शव मूंज की झाड़ियां के बीच मौजूद एक गड्ढे में रखकर उसके ऊपर से मूंज डालकर छुपा कर वहां से भाग निकला था।

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