बलिया में ई-लाटरी के माध्यम से किसानों का हुआ चयन
बलिया में ई-लाटरी के माध्यम से किसानों का हुआ चयन
बलिया। जनपद स्तरीय गठित समिति (डीएलईसी) के समक्ष प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन फार इन-सीटू मैनेजमेन्ट आफ क्राप रेजिड्यू योजनान्तर्गत कस्टम हायरिंग सेन्टर (ग्रामीण उद्यमी) की बुकिंग करने वाले कृषको को शुक्रवार को विकास भवन, सभागार में मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज की अध्यक्षता में ई-लाटरी कराई गयी। जिसमें ई-लाटरी के माध्यम से चयनित कृषक राजेश कुमार सिंह, हरिनाथ और उसके अतिरिक्त योजनान्तर्गत 50 प्रतिशत तक प्रतीक्षा सूची तैयार की गयी। प्रतीक्षा सूची के लिए चयनित कृषकों रामाशीष यादव, कौशल्या देवी चयनित हुए।
उप कृषि निदेशक मनीष कुमार सिंह ने कहा कि विकास खण्ड-पन्दह, बेरूआरबारी एवं दुबहड़ में लक्ष्य के सापेक्ष ही बुकिंग होने के कारण ही उन विकास खण्डों में लाटरी की आवश्यकता नहीं है। उप कृषि निदेशक द्वारा समस्त चयनित कृषको को निर्देशित करते हुए कहा कि योजनान्तर्गत 30 लाख की परियोजना लागत के कस्टम हायरिंग सेन्टर की स्थापना के लिए लाभार्थी द्वारा बैंक से एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड (एआईएफ) के माध्यम से ऋण प्राप्त किया जाना अनिवार्य है। लाभार्थी कृषक को कम से कम 10 प्रतिशत लागत स्वयं वहन करनी होगी। कस्टम हायरिंग सेन्टर की स्थापना हेतु क्रय किये गये यन्त्रों के सत्यापनोपरान्त 80 प्रतिशत अनुदान की धनराशि लाभार्थी कृषक को बैंक शाखा के भारत सरकार की क्रेडिट लिंक्ड बैंक इण्डेड सब्सिडी स्थानान्तरित की जायेगी। ई-लाटरी के दौरान कृषक राजेश कुमार सिंह, कमलेश कुमार सिंह, अंजनी सिंह,कौशल्या देवी, अनुपम यादव, सत्यम सिंह, संतोष सिंह, जितेन्द्र यादव आदि रहे।