कई मामले सामने आने के बाद भी एसओ नरही को अबतक अभयदान क्यों? उठ रहे सवाल
कई मामले सामने आने के बाद भी एसओ नरही को अबतक अभयदान क्यों? उठ रहे सवाल
थाना क्षेत्र में चप्पे चप्पे पर अवैध गतिविधियां
एनडी राय
बलिया। एसओजी की सक्रियता से बुधवार को नरही थाना के भरौली गंगा घाट से 40 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई। यह शराब भरौली स्थित सरकारी दुकान से ही ली गई थी। इससे साफ है कि लाख कवायद के बावजूद नरही थाना क्षेत्र के गंगा के रास्ते बड़े पैमाने शराब की तस्करी बदस्तूर जारी है। सवाल यह भी उठ रहा है कि एसओ को अबतक अभय दान क्यों?
बता दें कि चार माह पहले पुलिस अधिकारियों की छापेमारी में पुलिस कर्मियों की अवैध वसूली का खुलासा हुआ था। तत्कालीन एसओ, कोरंटाडीह चौकी प्रभारी, पुलिस कर्मियों समेत 20 लोग जेल गए। पुलिस अफसरों ने माना था कि शराब, पशु तस्करी के अलावा ट्रकों से अवैध वसूली की जाती थी। लेकिन इसके बाद भी नरही पुलिस की अवैध वसूली पर लगाम नहीं लगा। इतना ही नहीं कुछ दिनों पहले ही थाने में पुलिसकर्मियों ने एक आरोपी के भाई को पकड़ने के बाद पिटाई कर एक लाख की वसूली की थी। इस मामले में एसपी विक्रांत वीर ने दो पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करवाया। थाने के 11 सिपाही लाइनहाजिर हुए लेकिन एसओ सेफ रह गए। इसी बीच भरौली चौराहा पर बिहार के बदमाशों ने युवक की पिटाई की। इस मामले में एसओ ने आरोपियों को पकड़ा। लेकिन आरोपियों से बड़ी डील कर पीड़ित युवक का मुकदमा अज्ञात के खिलाफ लिखा और आरोपियों को बीएनएस 170 चालान किया ताकि उन्हें जेल नहीं जाना पड़े। इस मामले में भी अब तक एसओ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। नरही थाना क्षेत्र में जगह जगह खनन, पशु व शराब तस्करी भी जोरों पर है। सवाल उठ रहा आखिर कौन एसओ को बचा रहा है?