बलिया: डीएम ने की कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा
बलिया: डीएम ने की कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की समीक्षा
ओवरलोडिंग के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश
बलिया। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कलेक्ट्रेट सभागार में कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
डीएम ने विभागवार राजस्व वसूली की प्रगति की विस्तृत समीक्षा के दौरान वाणिज्यकर विभाग, स्टाम्प व रजिस्ट्रेशन, बाट-माप, आबकारी, परिवहन तथा वन विभाग में लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व वसूली कम पाए जाने पर नाराजगी प्रकट की और संबंधित अधिकारियों को कार्ययोजना बनाकर शत-प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों को और अधिक प्रवर्तन कार्य करने के भी निर्देश दिए।
नगर-निकायों की समीक्षा के दौरान अधिशासी अधिकारियों को राजस्व वसूली में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मंडी रसड़ा एवं बेल्थरा रोड में राजस्व वसूली कम पाए जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए शत-प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि मंडी सचिव निर्धारित समय अवधि तक मंडी में उपस्थित रहें। उन्होंने एआरटीओ को अभियान चलाकर ओवरलोडिंग वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि अपनि तैनाती वाले मुख्यालय पर निवास करना सुनिश्चित करें, इस संबंध में उन्होंने अपर जिलाधिकारी को आकस्मिक जांच कराने के भी निर्देश दिए कि अधिकारी तैनाती वाले मुख्यालय पर निवास कर रहे हैं या नहीं। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि आईजीआरएस के अंतर्गत प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि शिकायत डिफाल्टर न होने पाए। शिकायत डिफाल्टर पाए जाने पर संबंधित अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। कहा कि मौके पर जाकर शिकायतकर्ता से संपर्क कर शिकायत का निस्तारण किया जाय।
जिलाधिकारी ने राजस्व वादों की समीक्षा के दौरान सभी उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को राजस्व वादों के निस्तारण में अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुराने राजस्व वादों के निस्तारण में विशेष ध्यान देते हुए शत-प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित किया जाय। स्वामित्व योजना के तहत शेष रह गए गांवों के कार्यों को भी शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। बैठक में अपर जिलाधिकारी डीपी सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन, नगर मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी आदि रहे।