बलिया में पुलिस पर हमला करने वाले सात आरोपी गिरफ्तार
बलिया में पुलिस पर हमला करने वाले सात आरोपी गिरफ्तार
दो पक्षों के बीच हुए विवाद को सुलझाने गई पुलिस पर किया था हमला
बलिया। बांसडीह पुलिस पर हमला करने वाले सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर सम्बंधित धाराओं में चालान कर न्यायालय भेज दिया। गिरफ्तार होने वालों में कन्हैया कुमार पुत्र अक्षयलाल निवासी सुगईबान थाना सुखपुरा जनपद बलिया, ओमप्रकाश राजभर पुत्र स्व जगन राजभर निवासी गंगभेव थाना बांसड़ीह जनपद बलिया, निधि कुमारी पुत्री जितेन्द्र राजभर निवासी गंगभेव थाना बांसडीह जनपद बलिया, सिद्धी कुमारी पुत्री जितेन्द्र राजभर निवासी गंगभेव थाना बांसडीह जनपद बलिया, संजू देवी पत्नी जितेन्द्र राजभर निवासी गंगभेव थाना बांसडीह जनपद बलिया, रूबी देवी पत्नी बब्बू राजभर निवासी कनुआन थाना भांवरकोल जनपद गाजीपुर वर्तमान पता गंगभेव थाना बांसडीह जनपद बलिया, मरचिया देवी पत्नी स्व जगन राजभर निवासी गंगभेव हैं।
पुलिस की मानें तो शुक्रवार को कांस्टेबल मानस सिंह व राहुल पटेल क्राइम मॉनिटरिंग थाना बांसडीह मैरीटार चौराहे पर मौजूद थे। तभी सूचना मिली कि ग्राम सिधौली मैरीटार श्रीवास्तव के हाता के सामने मुख्य रोड पर एक पक्ष के कन्हैया कुमार पुत्र अक्षयलाल निवासी सुगईबान थाना सुखपुरा, निधि कुमारी व सिद्धी कुमारी पुत्रीगण जितेन्द्र राजभर, संजू देवी पत्नी जितेन्द्र राजभर निवासीगण गंगभेव थाना बांसडीह बलिया अन्य अज्ञात आठ व्यक्ति तथा दूसरे पक्ष के ओम प्रकाश राजभर पुत्र स्व जगन राजभर, रूबी देवी पत्नी बब्बू राजभर, मरचिया देवी पत्नी स्व जगन राजभर निवासीगण गंगभेव थाना बांसडीह बलिया आपस में गाली गलौज करते हुए लाठी डण्डा व राड से मारपीट कर रहे हैं। एकत्रित लोगों में से कुछ लोग ईट पत्थर चला रहे हैं। दोनों को आक्रोशित देखकर लगा कि दोनों पक्षकार एक दूसरे पर आक्रामक होकर जान लेने पर अमादा हैं। सूचना पर कांस्टेबल मानस सिंह व राहुल पटेल द्वारा दोनों पक्षों को शांत कराने का प्रयास किया गया तो सभी लोग उत्तेजित होकर पुलिस बल पर हमलावर हो गये तथा धमकी देने लगे। एकत्रित भीड़ एवं आक्रोशित लोगों को मारपीट करता हुआ देखकर थाने पर सूचना देकर अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। मारपीट कर रहे दोनों पक्षों के (महिला व पुरूष) मौके पर घायल अवस्था में पड़े हैं और मारपीट में आई चोटो के कारण दर्द से कराह रहे हैं। सभी को सरकारी वाहनों से लाकर प्राथमिक उपचार कराया गया। लेकिन जिस तरह दोनों पक्षकार आपस में आक्रोशित होकर मारपीट कर रहे थे, अगर समय पर पुलिस बल नहीं पहुंचता तो किसी की जान चली जाती।