बलिया में चकबंदी विभाग के भ्रष्टाचार के खिलाफ आजाद अधिकार सेना ने खोला मोर्चा
बलिया में चकबंदी विभाग के भ्रष्टाचार के खिलाफ आजाद अधिकार सेना ने खोला मोर्चा
बलिया। आजाद अधिकार सेना के जिला उपाध्यक्ष सिंहासन चौहान ने चकबंदी विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ बार बार शिकायती पत्र देने के बावजूद कारवाई नहीं से क्षुब्ध होकर आमरण अनशन शूरू कर दिया है। इसके बाद अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे। अनशन के दूसरे दिन नायब सीओ चकबंदी जगदीश प्रसाद टीम के साथ अनशन स्थल पर पहुंचे और चकबंदी के दौरान हर कर्मियों को सुधारने के लिए एक महीने का मौका लिया। इसके बाद ग्राम प्रधान कमली यादव ने सिंहासन चौहान व अन्य लोगों को जूस पिलाकर आमरण अनशन समाप्त कराया।
बताया जाता है कि बेल्थरारोड तहसील अंतर्गत शाहपुर टिटिहा गांव में विगत तीन वर्षों से चकबंदी का कार्य चल रहा है। जिसमें चकबंदी विभाग के अधिकारियों द्वारा काश्तकारों का चक एक जगह करने के बजाय कई टुकड़ों में कर दिया गया है। इसको लेकर गांव के ही सिंहासन चौहान ने मुख्यमंत्री सहित चकबंदी आयुक्त को शिकायती पत्र के माध्यम से अवगत कराया लेकिन मामला सिफर रहा। आलम यह है कि करीब तीन सौ किसानों ने चकबंदी न्यायालय में आपत्तियां दर्ज कराई है। इससे पूर्व 17 सितंबर 2022 को सिंहासन चौहान ने बेल्थरारोड तहसील पर बैठकर भ्रष्ट अधिकारियों के लिए चंदा इकट्ठा कर मुख्यमंत्री को भेजा कि अगर अपने तनख्वाह से पेट नहीं भरता है तो उन भ्रष्ट अधिकारियों को दे दिया जाए। इसके बाद भी चकबंदी विभाग के अधिकारियों का लूटपाट चलता रहा जिसकी शिकायत जिलाधिकारी सहित विभागीय उच्च अधिकारियों से की लेकिन हर बार आवेदन पर गलत रिपोर्ट लगाकर मामले को ठंडा बस्ते में डाल दिया जाता रहा। इससे तंग आकर , 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आमरण अनशन करने का फैसला लिया। इस मौके पर एसीओ एसपी यादव, कानूनगो महेंद्र राम, लेखपाल विजय मौर्य, रविन्द्र सिंह यादव आदि रहे।