बलिया में हर घर नल कनेक्शन में फर्जीवाड़ा, कहीं लिंग तो कहीं बदल दिया धर्म, कई जगह नाम रीपिट

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बलिया। हर घर नल योजना में जल निगम ग्रामीण का खेल जारी है। ज्यों-ज्यों डाटा अपडेट हो रहा है त्यों-त्यों विभाग के अधिकारियों का खेल सामने आ रहा है। पाइप नलों की कनेक्शन संख्या अधिक करने के लिए एक ही नाम को कई जगह फीडिंग कर आंकड़ों की बाजीगिरी की गई है। इतना ही किसी गांव में लिंग तो कहीं धर्म बदल कर नाम फ़ीड किए गए हैं।

पांच वर्ष पहले शासन ने आमलोगों तक शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए जल जीवन मिशन की शुरुआत की। वर्ष 2019 से संचालित जल जीवन मिशन शासन की प्राथमिकताओं में है। शासन की ओर से हर घर नल योजना के तहत सभी घरों तक पेयजल कनेक्शन पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। लेकिन जिले में इसे मजाक बनाकर रख दिया गया है। ग्रामीण इलाकों की जिम्मेदारी जल निगम ग्रामीण को दी गई है लेकिन यह विभाग धरातल पर कम आंकडेबाजी में अधिक कार्य करने में मशगूल है। आलम यह है कि जल शक्ति पोर्टल पर फीड कई लोगों के यहां धरातल पर कनेक्शन नहीं है लेकिन कागजों में कनेक्शन दिखाया गया है। इतना ही नहीं पाइप नलों की कनेक्शन संख्या अधिक करने के लिए अधिकारियों ने एक ही नाम को कई जगह अंकित करने का खूब खेल किया है। लेकिन कई जगह अफसरों ने ऐसी गलती की जो साफ पकड़ में आ जा रही है। यहां तक लाभार्थी व उसके पिता का नाम भी एक ही है। इतना ही नहीं नाम महिला का है लेकिन उसे पुरुष दिखाया गया है। बताया जाता है कि यह खेल पूरे जनपद के गांवों में किया गया है।

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एक ही नाम कई जगह, लाभार्थी व उसके पिता का नाम भी एक, कई का लिंग भी बदला

बलिया। जल शक्ति पोर्टल पर ही देखें तो विभागीय अधिकारियों की ओर से किया गया फर्जीवाड़ा साफ झलकता है। कहीं नाम बदलकर तो कहीं एक ही नाम को दोबारा दर्ज कर तो कहीं फर्जी तरीके से धर्म बदलकर नाम दर्ज कर नल कनेक्शन की संख्या बढ़ाई गई है। पोर्टल पर अंकन के अनुसार नवानगर ब्लॉक के सिसोटार गांव में कुल 921 नल कनेक्शन दिए गए हैं। यहां क्रम संख्या चार व पांच दोनों पर ही गुलाब चंद पुत्र शिवनाथ का नाम है। इसी तरह क्रम संख्या 37 व 38 दोनों पर ही इंदू देवी पत्नी उपेंद्र खरवार का नाम दर्ज है। क्रम संख्या 106 व 107 पर ज्ञानती देवी पति गोरखनाथ का नाम दर्ज है। क्रम संख्या 69 व 70 पर प्रमिला देवी पत्नी वीरेंद्र, क्रम संख्या 72 व 73 पर प्रमिला देवी पत्नी मोहन का नाम दर्ज है यह फर्जीवाड़ा साबित करने के लिए काफी है। इसी तरह सोहांव ब्लॉक के मिर्ची खुर्द गांव को देखें तो क्रम संख्या 17 व 18 पर नजबुन बेगम पति बसीर अहमद का नाम दर्ज है अंतर केवल इतना ही है की अंग्रेजी की स्पेलिंग में मामूली हेर फेर किया गया है। बड़ा फर्जीवाड़ा तो सोहाव ब्लॉक के भरौली खास गांव के नल कनेक्शन में किया गया है। इस गांव में कुल 656 नल कनेक्शन की फीडिंग है। यहां तो कई लोगों का पिता का नाम ही फर्जी है और धर्म भी दूसरा है। क्रम संख्या 135 पर विजय राजभर पिता का नाम रहमान अंकित किया गया है। क्रम संख्या 186 पर संजू देवी पति हमीद का नाम दर्ज है। जो कि संभव ही नहीं है क्योंकि दोनों का धर्म अलग-अलग है। इसी तरह क्रम संख्या 203 पर शीला देवी पति का नाम अलाउद्दीन लिखा गया है जो कि संभव नहीं है दोनों ही अलग-अलग धर्म के हैं। क्रम संख्या 204 से 206 तक जैगुन निशा का नाम दर्ज है। 204 पर पति का नाम कपिल चौधरी 205 पर पति का नाम जयनाथ राम और 206 पर पति का नाम आबिद अली अंकित किया गया है। इसी तरह क्रम संख्या 177 पर नल कनेक्शन सुनीता राय पति मुस्कीम कुरैशी का नाम अंकित है जो पूरी तरह फर्जी है। क्योंकि पति पत्नी का अलग अलग धर्म है। यह तो महज उदाहरण है, जिले के अधिकांश गांवों में विभाग ने हर घर नल कनेक्शन मे फर्जी खेल किया है। हैरानी की बात है कि यह फीडिंग जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता की लॉगिन से की गई है।

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फर्जीवाड़ा पर पर्दा डाल रहे एक्सईएन
जल निगम ग्रामीण बलिया के अधिशासी अभियंता मुकीम अहमद ने कहा कि सभी फीडिंग आधार वेरिफाई है। कुछ पुरानी परियोजना की होगी तो उन्हे पूरी जानकारी नहीं है।

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