बलिया के 34 मॉडल गांवों में कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण अधूरा, प्रधानों को नोटिस

0

बलिया के 34 मॉडल गांवों में कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण अधूरा, प्रधानों को नोटिस

बलिया। मॉडल गांव के लिए चयनित 34 राजस्व गांवों में सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट (कूड़ा निस्तारण केंद्र) का कार्य अभी भी अधूरा है। इन गांवों के प्रधानों को डीपीआरओ एसके सिंह ने नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में स्पष्टीकरण देने को कहा है। गांवों के मॉडल विकास के लिए 70 प्रतिशत स्वच्छ भारत मिशन और 30 प्रतिशत वित्त आयोग से धन जारी होता है।
बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 के तहत राजस्व गांवों को स्वच्छ बनाकर मॉडल गांव के रूप में विकसित करने योजना सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में शुरू की थी। इसके तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 17 ब्लॉकों में 237 राजस्व गांव तथा 2023-24 में 741 राजस्व गांवों का चयन हुआ था। इसके लिए शासन से धन भी भेज दिया गया। इसके बावजूद अभी भी 34 ग्राम पंचायतों के 38 राजस्व गांवों में कार्य अधूरा है। बताया जाता है कि इन गांवों में धनराशि भी उपलब्ध है। डीपीआरओ ने सम्बंधित प्रधानों को नोटिस जारी कर बचे धन से एक सप्ताह में कार्य पूर्ण कराने तथा अब तक कार्य नहीं होने का स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

इन गांवों में अधूरा है कार्य
सोहांव ब्लॉक के नारायनपुर, सीयर के अवायां, रसड़ा के छितौनी, पंदह के पकड़ी, खेजुरी, पूर, खड़सरा व सहुलाई, नवानगर के सिवानकला व कोथ, मुरलीछपरा के दलनछपरा, चांददीयर व इब्राहिमाबाद, मनियर के जिगिड़सर, हनुमानगंज के बहादुरपुर, बसंतपुर और रामपुर महावल, गड़वार के गड़वार, दुबहड़ के घोड़हरा, शिवपुर दीयर, अखार व शिवपुर दीयर नम्बरी, चिलकहर के संवरा, टीकदेवरी, हजौली, सिकरिया कला, बेरूआरबारी के मैरीटार, बेलहरी के बिगही, दिघार व सुजानीपुर, बांसडीह के खेवसर व खरौनी तथा बैरिया ब्लॉक का चकिया गांव है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *